पिछले दिनों मैं अपनी पत्नी कमला और पुत्री प्रतिभा के साथ रामेश्वरम की यात्रा पर गया. चारों धामों में से रामेश्वरम ही बचा था जहां मैं नहीं जा पाया था। दक्षिण में स्थित इस धाम की दिलचस्प यात्रा के बाद मैंने शुक्रवार का दिन आराम से टेलिविज़न पर दो बिंवलडन सेमी-फाइनल मैच देखकर बिताया। दोनों ही मैच – टॉमस बेरडा (चेक) बनाम नॉवक डाइओकोविक (सर्ब) और राफेल नाडल (स्पेन) बनाम एण्डी मुरी (यू.के.) के बीच दिलचस्प खेल थे और अच्छे ढंग से खेले गए थे। सबसे ज्यादा मुझे पसंद आयी स्पेनियार्ड की अपने ब्रिटिश प्रतिस्पर्धी के बारे में मैच के बाद की गई टिप्पणी। उन्होंने मुरी की प्रशंसा में कहा वे सिर्फ खिलाड़ी ही नहीं बल्कि एक अच्छे व्यक्ति भी हैं। खेल की समाप्ति पर जब दोनों नेट के पास एक-दूसरे से गले मिले तो उत्साह साफ देखते बनता था। इससे मेरे मन में खेलों और राजनीति के बारे में … Continue reading राजनीति और खेल